एसी (AC) करंट का अर्थ है “विद्युत धारा” (Alternating Current)। यह एक प्रकार का विद्युत करंट है जिसमें विद्युत धारा की दिशा निरंतर बदलती रहती है। एसी करंट व्यापक रूप से उपयोग होता है घरेलू और उद्योगिक इलेक्ट्रिकल सिस्टमों में। यह विद्युत उत्पादन, विद्युत वाहन, इलेक्ट्रिकल मोटर्स, उच्च तापमान उपकरण और बहुत सारे उपयोगों के लिए उपयोगी है।
एसी करंट की मुख्य विशेषता है कि यह धारा की दिशा नियमित अंतरालों पर विपरीत बदलती रहती है। यह धारा के विपरीत होने के कारण, एसी करंट की मात्रा समय के साथ बदलती रहती है, और इसका वर्तमान दिशा के साथ कोई स्थायी निर्देश नहीं होता है। एसी करंट की विधि नियमित वक्रात्मक (सकारात्मक और नकारात्मक) मानचित्रों के रूप में दर्शाई जाती है।
इसके विपरीत, डीसी (DC) करंट एक स्थायी दिशा में बहता है। डीसी करंट एकमुखी होता है, जिसका अर्थ है कि इसका विद्युत धारा केवल एक दिशा में बहता है। डीसी करंट विद्युत सेल, बैटरी, और इलेक्ट्रोनिक उपकरणों में उपयोग होता है।
एसी करंट का इतिहास | History of AC Current
एसी करंट (Alternating Current) का इतिहास बहुत रोचक है और इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है विद्युतिकरण के विकास का। आइए हम इसके इतिहास को विस्तार से जानें:
माइकल फारेडे की खोज (1830s): एसी करंट का इतिहास माइकल फारेडे के साथ शुरू होता है, जिन्होंने पहले एसी करंट के बारे में अध्ययन किया और इसकी खोज की। उन्होंने विद्युत करंट के प्रवाह की दिशा के बदलने के बारे में पहली बार सुझाव दिया।
निकोला टेस्ला (1880s): निकोला टेस्ला एक महत्वपूर्ण नाम है एसी करंट के इतिहास में। उन्होंने एसी करंट के प्रणालियों का विकास किया और उनके प्रयोग के साथ विद्युतीय उपकरणों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया।
वेस्टिंघाउस और ईडिसन (1880s): 19वीं सदी के अंत में, एक महत्वपूर्ण युद्ध हुआ था एसी करंट और डीसी (डायरेक्ट करंट) के बीच, जिसमें थॉमस एल्वा ईडिसन और जॉर्ज वेस्टिंघाउस डीसी के पक्ष में थे, जबकि निकोला टेस्ला और उनके समर्थक एसी के पक्ष में थे।
प्रौद्योगिकी की विकास (20वीं सदी): 20वीं सदी में, एसी करंट की प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण विकास हुआ। यह वक्त था जब विद्युतीय उपकरणों के क्षेत्र में बड़े परिवर्तन आए और एसी प्रणाली का विकास हुआ।
माध्ययुद्ध के बाद का विकास (1940s): दूसरी विश्वयुद्ध के बाद, एसी करंट का प्रयोग और विद्युत ऊर्जा के वितरण में बढ़ गया, और यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगा।
आज, हमारी दिनचर्या, उद्योग, और जीवन के कई पहलु एसी करंट के बिना संभाव नहीं हैं, और इसका इतिहास हमारे तकनीकी समृद्धि का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
एसी करंट का सिद्धांत | Principle of AC Current
एसी (AC) करंट का सिद्धांत तरंगबिद्या (Wave Theory) पर आधारित है। इसके अनुसार, एसी करंट एक विद्युत धारा है जो समय के साथ विपरीत दिशा में निरंतर बदलती रहती है। इसमें विद्युत धारा की दिशा नियमित अंतरालों पर विपरीत बदलती है, जिससे एक विद्युतीय तरंग उत्पन्न होती है।
एसी करंट का उत्पादन एसी जनरेटर (AC Generator) द्वारा किया जाता है। एसी जनरेटर में एक प्रवाहक (Rotor) को किसी माध्यम से घुमाया जाता है, जिससे विद्युत धारा उत्पन्न होती है। यह विद्युत धारा समय के साथ संचारित की जाती है और उपयोगिता क्षेत्रों में विभिन्न उपकरणों तक पहुंचाई जाती है।
एसी करंट का सिद्धांत विद्युत कानूनों पर आधारित है, जिसमें तरंग के गतिशीलता, तरंग-संचार के नियम, और माध्यम के विद्युत गुणांक शामिल होते हैं। इसमें संचारित तरंगों की चौड़ाई (वेवलेंथ) और आवृत्ति (फ्रीक्वेंसी) आदि मापने योग्य पैरामीटर्स शामिल होते हैं।
एसी करंट का सिद्धांत व्यावहारिक उपयोग में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इसकी विशेषताएं उच्च विद्युत वितरण, उच्च विद्युत संचार, और विद्युतीय उपकरणों के आविष्कार को संभव बनाती हैं।
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एसी करंट की इकाई | Unit of AC Current
एसी (AC) करंट की मात्रा को विद्युतीय प्रवाह (Current) के इकाई में नापा जाता है। एसी करंट की मात्रा का मापन वॉल्ट (Volt) के साथ किया जाता है। यह वॉल्ट के समान एकाधिकता (Frequency) पर विपरीत दिशा में निरंतर बदलती रहती है। एकाधिकता हर्ट्ज (Hertz) के इकाई में मापी जाती है, जिसे एक सेकंड में पूरी विद्युतीय आवृत्ति के समान माना जाता है।
इसके अलावा, एसी करंट की शक्ति का मापन वॉट (Watt) के इकाई में किया जाता है। शक्ति वॉल्ट के समान विद्युतीय प्रवाह और वॉल्ट के समान एकाधिकता के उत्पन्न उच्चता (Amplitude) के गुणांक का परिणाम होती है।
उदाहरण के रूप में, एक घरेलू इलेक्ट्रिकल सिस्टम में आमतौर पर 220 वोल्ट एसी करंट का उपयोग किया जाता है, जो 50 हर्ट्ज की एकाधिकता पर होता है। विद्युतीय प्रवाह का मापन एम्पीयर (Ampere) के इकाई में होता है, जैसे कि 5 एम्पीयर या 10 एम्पीयर।
इस प्रकार, एसी करंट के मापन में विद्युतीय प्रवाह (Current) को एम्पीयर (Ampere) और एकाधिकता (Frequency) को हर्ट्ज (Hertz) में मापा जाता है, जबकि विद्युतीय शक्ति (Power) को वॉट (Watt) में मापा जाता है।
एसी करंट की फ्रीक्वेंसी | AC Current Frequency
एसी (विद्युत धारा) की फ्रीक्वेंसी हर दोहरी परिपत्र है, और यह हर सेकंड में कितनी बार एक पूरा चक्कर पूरा करता है उसका माप होता है। फ्रीक्वेंसी की इकाइयां हर्ट्ज (Hz) में होती हैं, जिसे एक सेकंड में एक पूरा चक्कर पूरा करने की संख्या के रूप में प्रकट किया जाता है।
एसी करंट की सामान्य विद्युत शक्ति सप्लाई के लिए भारत में 50 हर्ट्ज का उपयोग किया जाता है, जबकि कई अन्य देशों में 60 हर्ट्ज का उपयोग किया जाता है। इसका मतलब है कि एसी करंट का चक्कर भारत में हर सेकंड में 50 बार पूरा होता है, जबकि अन्य देशों में यह 60 बार पूरा होता है।
इस फ्रीक्वेंसी की स्थिति एसी करंट की सामान्य विद्युत शक्ति सप्लाई के लिए महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह बिजली के विभिन्न उपयोगों के साथ मेल खाती है, जैसे कि घरेलू इलेक्ट्रिकल उपकरण और उद्योगों में उपयोग होने वाले मशीनरी।
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एसी करंट के प्रकार | Types of AC Current
एसी करंट (Alternating Current) को दो प्रमुख प्रकार में विभाजित किया जा सकता है: साइन वेव एसी (Sine Wave AC) और स्क्वेयर वेव एसी (Square Wave AC). ये दोनों करंट के रूप विभिन्न विधियों से विद्युत ऊर्जा को प्रदान करते हैं और उनके आपसी विशेषताएँ हैं।
- साइन वेव एसी (Sine Wave AC):
- साइन वेव एसी को उसकी आकृति के कारण “साइन” वेव कहा जाता है। इसका आकार गोल होता है और यह बिना किसी रुकावट के समय के साथ पूरी तरह से बदलता रहता है।
- साइन वेव एसी का वोल्टेज और विद्युत प्रवाह निरंतर बदलते रहते हैं, जिससे यह उपयोगकर्ता के उपकरणों को निरंतर विद्युत शक्ति प्रदान कर सकता है।
- यह विद्युत ऊर्जा के प्रवृत्ति में आवाज, तरंगदैर्घ्य और दर के साथ पूरी तरह से अंयात्रित होता है, और इसलिए यह अधिकतर घरों और उद्योगों में प्रयुक्त होता है।
- स्क्वेयर वेव एसी (Square Wave AC):
- स्क्वेयर वेव एसी का आकार वर्गाकार होता है, जिसका मतलब है कि वोल्टेज और विद्युत प्रवाह को निरंतर बदलने की बजाय, यह एक ही स्थिति में रहता है, फिर एक ही स्थिति से दूसरी स्थिति पर बदल जाता है।
- स्क्वेयर वेव एसी का उपयोग आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के आपसी संवाद और डिजिटल सिग्नल प्रसारण में किया जाता है, क्योंकि इसमें विद्युत वर्गाकार स्थितियों के साथ-साथ विद्युत सिग्नल को स्थितिगत बनाने की क्षमता होती है।
- हालांकि यह एक अच्छी तरह से विद्युत ऊर्जा का द्ारण कर सकता है, इसका वोल्टेज और विद्युत प्रवाह अधिक अस्थिर होता है, जिसका कारण कुछ उपकरणों के लिए अनुचित हो सकता है।
संक्षेप में, साइन वेव एसी एक गोल और निरंतर विद्युत प्रवाह प्रदान करता है, जबकि स्क्वेयर वेव एसी विद्युत प्रवाह को स्थितिगत रूप से बदलने में सक्षम होता है और इसे डिजिटल उपकरणों के लिए उपयोग किया जाता है।
पावर आधार पर एसी (AC) करंट के कई प्रकार हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य एसी करंट के प्रकार दिए गए हैं:
- Single-phase AC: यह एकल चरम वॉल्टेज और विद्युत धारा के साथ एक समयिक चक्र का नेटिव आवृत्ति होता है। यह आमतौर पर घरेलू इलेक्ट्रिकल सिस्टमों में पाया जाता है, जैसे कि घरों और दुकानों के लिए विद्युत सप्लाई।
- Three-phase AC: यह एक त्रिकोणीय वॉल्टेज और विद्युत धारा के साथ तीन समयिक चक्रों की नेटिव आवृत्ति होती है। यह उद्योगिक और व्यावसायिक उपयोगों में आमतौर पर पाया जाता है, जहां अधिक विद्युत शक्ति की आवश्यकता होती है। त्रि-चरम एसी का उपयोग इलेक्ट्रिक मोटर, उच्च विद्युत उपकरण, और उच्च विद्युत संचार में किया जाता है।
- Primary Three-phase AC: यह एक विशेष तरंगबिद्या उपयोग करके त्रि-चरम एसी का उत्पादन करता है। इसे मुख्य त्रि-चरम एसी भी कहा जाता है और उच्च विद्युत उपकरणों को चालित करने के लिए प्रयुक्त होता है।
यह थे कुछ मुख्य एसी करंट के प्रकार, जो विद्युतीय उपयोगों और आवश्यकताओं के अनुसार अलग-अलग होते हैं।
एसी करंट के कार्य और उपयोग | Functions and Uses of AC Current
एसी (AC) करंट के विभिन्न कार्य और उपयोग हैं। यहां कुछ मुख्य एसी करंट के कार्य और उपयोग दिए गए हैं:
- विद्युत वितरण: एसी करंट प्राथमिक रूप से विद्युत वितरण में उपयोग होता है। बिजली बोर्ड द्वारा उत्पन्न की जाने वाली विद्युत एसी करंट के रूप में घरों, ऑफिसों, दुकानों, उद्योगिक क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों में वितरित की जाती है।
- उच्च विद्युत उपकरण: एसी करंट का उपयोग उच्च विद्युत उपकरणों को चालित करने के लिए किया जाता है। यह उपकरण इलेक्ट्रिक मोटर, उच्च वोल्टेज ट्रांसफ़ॉर्मर, जनरेटर, इंडक्शन फर्नेस, विद्युतीय फर्नेस, विद्युतीय पंप, विद्युतीय हैटर, विद्युतीय वाहन आदि शामिल होते हैं।
- विद्युतीय संचार: एसी करंट संचार के लिए भी उपयोगी है। विद्युतीय संचार सिस्टम, जैसे कि विद्युतीय टेलीफोन, विद्युतीय इंटरनेट, विद्युतीय टेलीविजन, रेडियो, और अन्य संचार प्रणालियों में एसी करंट का उपयोग होता है।
- विद्युतीय इलेक्ट्रॉनिक्स: एसी करंट विद्युतीय इलेक्ट्रॉनिक्स में भी बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न उपकरण जैसे कि कंप्यूटर, टेलीविजन, रेडियो, सांख्यिकीय उपकरण, सूर्यमुखी पैनल, विद्युतीय संकेत प्रकाशक, विद्युतीय संगणक, और विद्युतीय यांत्रिकी एसी करंट का उपयोग करते हैं।
एसी करंट के उपयोग कई उद्योगों, घरेलू उपयोग, और टेक्नोलॉजी में व्यापक रूप से किये जाते हैं। इसकी मुख्य विशेषताएं हैं उच्च विद्युत वितरण, उच्च विद्युत संचार, और उच्च विद्युतीय उपकरणों को चालित करने की क्षमता।
क्या एसी करंट खतरनाक है? | Is Alternating Current Dangerous?
आपको सुरक्षित रूप से AC करंट का इस्तेमाल करने के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करना चाहिए:
- कभी भी गिले हाथों से या नमी वाले स्थल में विद्युत क्षेत्र को छूने से बचें।
- कभी भी निगलने या छूने का प्रयास न करें, खासकर जब आप भीगे हों।
- सभी विद्युतीय उपकरणों को उचित ढंग से इस्तेमाल करें और उनकी सुरक्षा निरीक्षण करें।
- बिना अनुभव और योग्यता के विद्युत कामगारों को छूने की अनुमति न दें और समर्थन होने पर ही विद्युत संबंधित काम कराएं।
संकेत और ज्ञान के साथ एल्टरनेटिंग करंट का सही तरीके से उपयोग करने से यह सुरक्षित हो सकता है, लेकिन अगर आप इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं तो यह खतरनाक हो सकता है।
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एसी करंट का मल्टीमीटर से टेस्ट | AC Current Test with Multimeter
एसी (AC) करंट को मल्टीमीटर (Multimeter) की सहायता से टेस्ट किया जा सकता है। मल्टीमीटर एक उपकरण है जो विभिन्न प्रवाहों, वोल्टेज, और आवृत्तियों को मापने के लिए उपयोग होता है।
यदि आप एसी करंट को मल्टीमीटर से टेस्ट करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- सुनिश्चित करें कि मल्टीमीटर विद्युतीय प्रवाह (Current) को मापने के लिए योग्य है। एक रेंज (Range) का चयन करें जो आपके टेस्ट करने के लिए आवश्यक विद्युतीय प्रवाह को सही रूप से माप सके।
- मल्टीमीटर के विद्युतीय प्रवाह मोड (Current Mode) में स्थापित करें। इसे आमतौर पर विद्युतीय प्रवाह के लिए “A” या “mA” के साथ चिह्नित रेंज वाले विभिन्न सेटिंग्स में पाया जाता है।
- प्रवाह मापन के लिए टेस्ट प्रॉब्स को योग्य आरोही (Current) पथ पर लगाएं। यदि आप प्रवाह को सीधे मापना चाहते हैं, तो प्रवाह के बीच में टेस्ट प्रॉब्स लगाएं।
- सही दिशा में प्रवाह होने पर मल्टीमीटर पर प्रवाह की मान्यता दिखेगी। प्रवाह के वैल्यू को डिस्प्ले पर पढ़ें और उसे संभावित विद्युतीय प्रवाह के साथ मिलाएं।
आपको ध्यान देने वाली बातें:
- यदि आप एसी करंट को मल्टीमीटर से टेस्ट करना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि मल्टीमीटर विद्युतीय प्रवाह को मापने के लिए योग्य है।
- सुरक्षा के लिए, उपयुक्त आंशिक या पूर्ण संरक्षा उपकरण पहनें और विद्युतीय संपर्क से बचें।
- मल्टीमीटर के उपयोग और विद्युतीय प्रवाह की सुरक्षा और ठीक से मापन के लिए उत्पाद के निर्देशों का पालन करें।
ध्यान दें कि एसी करंट के मापन के लिए विद्युतीय प्रवाह के साथ निरंतर बदलती दिशा के कारण, मल्टीमीटर विशेषता के साथ उपयोग करना चाहिए जो एसी करंट के लिए योग्य हो।
FAQs of AC Current
AC करंट के बारे में कुछ आम प्रश्न और उनके उत्तर हिंदी में:
- AC करंट क्या है?
- एल्टरनेटिंग करंट (AC) एक प्रकार की विद्युत धारा होती है जिसका धारा दिशा निरंतर बदलती रहती है।
- AC और DC के बीच क्या अंतर है?
- डायरेक्ट करंट (DC) धारा केवल एक दिशा में बहती है, जबकि AC करंट की दिशा निरंतर बदलती रहती है।
- AC करंट का उपयोग कहाँ होता है?
- AC करंट घरों, उद्योगों, विद्युत उपकरणों, ट्रांसफॉर्मर, और बिजली वितरण में उपयोग होता है.
- AC करंट सुरक्षित है क्या?
- AC करंट खतरनाक हो सकता है, और इसका इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। यह शरीर को चूक सकता है, इसलिए इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है।
- AC करंट के सुरक्षा उपाय क्या होते हैं?
- AC करंट के साथ काम करते समय गोलकर दस्ताने पहनना, सुरक्षा चश्मे पहनना, सुरक्षित उपकरण और सावधानी बरतना जरूरी है।
- AC करंट के फायदे क्या हैं?
- AC करंट को आसानी से उप-और डाउन कर सकते हैं, और यह बिजली को लंबे दूरी तक पहुँचा सकता है।
- AC करंट के खतरे क्या हैं?
- AC करंट के उपयोग में अज्ञानी और लापरवाही के साथ, चूक और चोट के खतरे हो सकते हैं, जो जीवन संकटकारी हो सकते हैं।
- क्या AC करंट बिजली संकेत के रूप में आता है?
- हां, AC करंट को आमतौर पर बिजली के पार्श्वरूप में दिखाया जाता है, और इसका प्रतिनिधित्व होता है “आ” या “विद्युत चिन्ह” के रूप में।
- AC करंट के तरह कौन-कौन से उपकरण होते हैं?
- AC करंट के उपयोग के कई उपकरण होते हैं, जैसे कि विद्युत बल्ब, विद्युत पंप, एयर कंडीशनिंग इक्विपमेंट, और बिजली वितरण के लिए ट्रांसफॉर्मर।
- AC करंट के प्रकार क्या होते हैं?
- AC करंट के दो प्रमुख प्रकार होते हैं: सिनसॉइडल एसी (Sine Wave AC) और चौकी एसी (Square Wave AC)। सिनसॉइडल एसी आमतौर पर उपयोग में आती है, जबकि चौकी एसी कई उपकरणों के लिए उपयोग की जाती है।
- AC और DC के बीच में उपयोग के अलावा क्या अंतर होता है?
- AC बिजली ट्रांसमिशन के लिए अधिक सुविधाजनक है, जबकि DC बिजली उपकरणों के लिए अधिक उपयोगी हो सकती है।
- क्या AC करंट विद्युत संचालन के लिए सबसे उपयोगी है?
- हां, AC करंट बिजली के संचालन और वितरण के लिए सबसे अधिक उपयोगी है क्योंकि इसका वोल्टेज स्तर आसानी से बदला जा सकता है और विद्युत उपकरणों को अलग-अलग वोल्टेज पर चलाने की स्वाधीनता देता है।
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क्या अल्टरनेटिंग करंट का उपयोग इंवर्टर में होता है?
- हां, इंवर्टर AC करंट को DC करंट में बदलकर और फिर वापस AC करंट में बदलकर उपयोग में लाते हैं, जिसका उपयोग विद्युतिकरण और उपकरणों को संचालित करने के लिए किया जाता है।