What is Battery | बैटरी क्या है? सिद्धान्त, इकाई, कार्य, प्रकार, उपयोग, मल्टीमीटर टेस्ट

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Battery एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो विद्युत को स्टोर करके रखता है और जब जरूरत होती है तब उस विद्युत को उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है। यह विद्युत को रिचार्ज (पुनर्चार्ज) करने की क्षमता रखता है ताकि इसे बार बार उपयोग किया जा सके।

बैटरी में आमतौर पर दो संयोजक अवयव होते हैं – एक संकेतक और एक या अधिक उर्जा संचालक। संकेतक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को बताने के लिए उपयोग होता है कि कितनी विद्युत की आपूर्ति उपलब्ध है, और संचालक विद्युत की उपयोगिता अवधारित करने के लिए उपयोग होता है।

बैटरी में विद्युत को रखने के लिए विभिन्न रासायनिक पदार्थों का उपयोग किया जाता है, जिन्हें सेल कहा जाता है। एक सेल दो धातु या धातु के यौगिकों के बीच एक रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण उत्पन्न होती है, जिसके द्वारा विद्युत उत्पन्न होता है।

बैटरी कई विभिन्न प्रकार की होती हैं, जैसे कि प्राथमिक बैटरी जो एकबार उपयोग के बाद नष्ट हो जाती हैं, और सेकंडरी बैटरी जो बार-बार रिचार्ज की जा सकती हैं। सेल फोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, इत्यादि में इस्तेमाल होने वाली बैटरी कार्यक्रमों की आपूर्ति करती हैं।

बैटरी का सिद्धांत | Principal of Battery

बैटरी का सिद्धांत विद्युत के उत्पादन, रखरखाव, और उपयोग को संभव बनाने पर आधारित होता है। बैटरी में उपयोग होने वाला मुख्य सिद्धांत उदासीनवादी संकेतक (एक उर्जा के विनिमय के लिए दो धातुओं के बीच रासायनिक प्रतिक्रिया) पर आधारित होता है। यहां नीचे दिए गए हैं:
  1. गल्वेनिक सेल: गल्वेनिक सेल बैटरी का मुख्य भाग है, जो दो धातुओं के बीच एक रासायनिक प्रतिक्रिया का उपयोग करके विद्युत उत्पन्न करता है। इसमें एक उर्जा की क्षमता पैदा की जाती है जिसे हम बैटरी के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
  2. अनोड और कैथोड: गल्वेनिक सेल में दो धातुओं के बीच एक अनोड (धातु का सक्रिय हिस्सा) और एक कैथोड (धातु का अक्रिय हिस्सा) होता है। इन धातुओं के बीच रासायनिक प्रतिक्रिया होती है जो विद्युतित करने के लिए इलेक्ट्रॉन्स उत्पन्न करती है।
  3. एक्साइड और रेडक्शन: रासायनिक प्रतिक्रिया में, अनोड पर धातु का गलन होता है और इलेक्ट्रॉन्स उत्पन्न करते हैं (अक्साइडेशन प्रक्रिया)। ये इलेक्ट्रॉन्स कैथोड की ओर यात्रा करते हैं, जहां वे एक अणु या रासायनिक पदार्थ में संयुक्त होते हैं (रेडक्शन प्रक्रिया)। इस प्रक्रिया में उत्पन्न होने वाली विद्युत उपयोगित होती है।
  4. एलेक्ट्रोलाइट: एक बैटरी में एक एलेक्ट्रोलाइट (अवरोधक पदार्थ) होता है जो अनोड और कैथोड के बीच योग्यता देता है। यह अवरोधक पदार्थ इलेक्ट्रॉन्स की प्रवाह को रोकता है और बैटरी की सुरक्षितता को सुनिश्चित करता है।

ये सिद्धांत एक सामान्य तरीके से विद्युतीय उर्जा को उत्पन्न, स्टोर और उपयोगित करने के लिए बैटरी के विकास में शामिल होते हैं।

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बैटरी की इकाई | Unit Of Battery

बैटरी की विद्युतीय उपयोगिता को मापने के लिए विभिन्न इकाइयों का उपयोग किया जाता है। यहां विद्युतीय इकाइयों का एक संक्षिप्त सूची है:

  1. वोल्ट (Volt): वोल्ट विद्युत धारा की मापनिक इकाई है। एक वोल्ट एक विद्युतीय प्रेरणा को दर्शाता है और विद्युत विभाजन की मापनिक इकाई है।
  2. अम्पीयर (Ampere): अम्पीयर विद्युतीय प्रवाह की मापनिक इकाई है। यह दर्शाता है कि विद्युत वाल्टाज के अनुपात में धारित होता है।
  3. अम्पीयर-घंटा (Ampere-hour): अम्पीयर-घंटा विद्युतीय आपूर्ति की मापनिक इकाई है। यह दर्शाता है कि कितनी विद्युतीय आपूर्ति एक बैटरी समय के साथ उपयोग कर सकती है।
  4. वॉट-घंटा (Watt-hour): वॉट-घंटा विद्युतीय ऊर्जा की मापनिक इकाई है। यह दर्शाता है कि बैटरी में कितनी ऊर्जा संचित हो सकती है और कितनी ऊर्जा विभाजित की जा सकती है।

ये मापनिक इकाइयां बैटरी की विद्युतीय उपयोगिता को मापने में उपयोग होती हैं और बैटरी की प्रदान की जाने वाली विद्युत आपूर्ति और ऊर्जा को व्यक्त करती हैं।

बैटरी कई विभिन्न प्रकारों में उपलब्ध होती हैं, जो अपने उपयोग, रचना, और उत्पादन के आधार पर अलग-अलग होती हैं। यहां कुछ प्रमुख बैटरी प्रकारों की एक संक्षेपशास्त्रीय सूची है:

  1. प्राथमिक बैटरी (Primary Battery): प्राथमिक बैटरी एक-बार उपयोग के लिए होती हैं और इसे पुनःचार्ज नहीं किया जा सकता है। यहां कुछ प्राथमिक बैटरी प्रकार शामिल हैं – शाधांतिक बैटरी (Alkaline Battery), लीथियम बैटरी (Lithium Battery), जिंक-कार्बन बैटरी (Zinc-Carbon Battery), आदि।
  2. सेकंडरी बैटरी (Secondary Battery): सेकंडरी बैटरी रिचार्ज करने के योग्य होती हैं और इसे बार-बार उपयोग किया जा सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख सेकंडरी बैटरी प्रकार हैं – लीथियम आयन बैटरी (Lithium-ion Battery), निकेल-मेटल हाइड्राइड बैटरी (Nickel-Metal Hydride Battery), लीथियम-पॉलिमर बैटरी (Lithium Polymer Battery), आदि।
  3. इंद्रजालीय बैटरी (Fuel Cell): इंद्रजालीय बैटरी एक विद्युत उत्पादक होती है जो पाठकों के आपूर्ति के रूप में अस्थायी इन्धन का उपयोग करती है। यहां कुछ प्रमुख इंद्रजालीय बैटरी प्रकार शामिल हैं – हाइड्रोजन फ्यूल सेल (Hydrogen Fuel Cell), मेथेन फ्यूल सेल (Methanol Fuel Cell), आदि।
  4. सोलर बैटरी (Solar Battery): सोलर बैटरी सौर ऊर्जा को संचित करने और उपयोग करने के लिए बनाई जाती है। इसके द्वारा सौर ऊर्जा को धारित किया जाता है और इसे बाद में उपयोग किया जा सकता है।

ये केवल कुछ प्रमुख बैटरी प्रकार हैं, जबकि वाणिज्यिक और विज्ञानिक उद्योगों में और भी अनेक प्रकार की बैटरी उपलब्ध होती हैं। प्रत्येक बैटरी प्रकार अपनी विशेषताओं, फायदों और उपयोगों के आधार पर अलग होती हैं।

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बैटरी का मुख्य कार्य होता है विद्युत ऊर्जा को संचित करना और उसे आवश्यक समय पर वापसी करना। यह विद्युतीय उपकरणों को सामान्यतः बिना विद्युतीकरण के चलाने की सुविधा प्रदान करती हैं। इसके निम्नलिखित मुख्य कार्य होते हैं:

मोबाइल बैटरी मोबाइल फ़ोन की सार्वजनिक चालने के लिए आवश्यक होती है और इसका मुख्य काम इलेक्ट्रिकल ऊर्जा को जमा करना और उसे आवश्यक समय पर फ़ोन को पावर प्रदान करना है। यह कई तरह की रिएक्टिव चेमिकल्स का उपयोग करके करती है, जिनमें कार्बन, लीथियम, और अन्य तत्व शामिल होते हैं।

जब मोबाइल फ़ोन की आवश्यकता होती है, तो मोबाइल बैटरी इलेक्ट्रॉन्स को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पंहुचाने के लिए उपयोग करती है, जिससे ऊर्जा उत्पन्न होती है और फ़ोन को सजीव रूप से चलाने में मदद मिलती है। यह बैटरी की क्षमता के आधार पर विभिन्न समयांतरालों पर चार्ज की आवश्यकता होती है, जब बैटरी की ऊर्जा खत्म हो जाती है।

मोबाइल बैटरी का पिनआउट | Pinout of Mobile Battery

मोबाइल बैटरी का पिनआउट (Pinout) मोबाइल डिवाइस के बैटरी कनेक्टर पर विभिन्न पिन्स की जानकारी को संकेतित करता है।

निम्नलिखित पिन्स का उपयोग बैटरी से संबंधित विभिन्न फ़ंक्शन के लिए किया जाता है:

  1. “+” (पॉजिटिव): यह पिन बैटरी के सकारात्मक (+) टर्मिनल को जोड़ने के लिए होता है। इस पिन को मोबाइल डिवाइस के पॉजिटिव बैटरी कनेक्शन के साथ जोड़ा जाता है.
  2. “-” (नेगेटिव): यह पिन बैटरी के नकारात्मक (-) टर्मिनल को जोड़ने के लिए होता है। इस पिन को मोबाइल डिवाइस के नेगेटिव बैटरी कनेक्शन के साथ जोड़ा जाता है.
  3. ID (आईडी): ID पिन बैटरी को पहचानने के लिए होता है, जिससे डिवाइस को यह पता चलता है कि कौनसी बैटरी उपयोग की जा रही है।
  4. TEMP (टेम्परेचर): TEMP पिन बैटरी की तापमान को मापने के लिए होता है, ताकि डिवाइस तापमान को नियंत्रित कर सके और बैटरी के सुरक्षित उपयोग की जाँच कर सके.
  5. BSI (Battery Status Indicator): BSI पिन बैटरी की स्थिति को जांचने के लिए होता है, और यह डिवाइस को बैटरी की गुणवत्ता और स्थिति को समझने में मदद करता है।
  6. THERMISTOR: इस पिन का उपयोग बैटरी की तापमान को मापने के लिए किया जा सकता है।
  7. VBAT (Battery Voltage): इस पिन का उपयोग बैटरी की वोल्टेज को मापने के लिए हो सकता है, जिससे डिवाइस को बैटरी की चार्ज स्थिति को जानने में मदद मिलती है।
  8. CCL (Cell Current Limiter): यह पिन बैटरी के चार्जिंग करते समय चार्ज करने की गति को नियंत्रित करने के लिए हो सकता है।
  9. BTEMP (Battery Temperature): इस पिन का उपयोग बैटरी के तापमान की जानकारी के लिए हो सकता है, जिससे बैटरी की सुरक्षितता बनाए रखने में मदद मिलती है।
  10. DATA (Data Communication): इस पिन का उपयोग डेटा संवाद के लिए किया जा सकता है, जैसे कि USB डेटा केबल के माध्यम से डेटा के लिए।
  11. NTC (Negative Temperature Coefficient): बैटरी की तापमान को मापने के लिए होता है। NTC एक प्रकार की थर्मिस्टर (Thermistor) होती है, जिसका विशेषता यह है कि जब तापमान बढ़ता है, तो इसकी वॉल्यूम घटता है, और जब तापमान कम होता है, तो इसकी वॉल्यूम बढ़ता है।NTC का उपयोग विभिन्न तरह की डिवाइस्स में तापमान की निगरानी करने में किया जाता है, और इसका मोबाइल बैटरी के सही तापमान का पता लगाने में मदद करता है। तापमान के अनुसार, बैटरी की चार्जिंग और उपयोग की गति को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे बैटरी की सुरक्षितता और प्रदर्शन में सुधार होता है।

इसके अलावा, बैटरी कनेक्टर पर और भी पिन्स हो सकते हैं जिनका उपयोग विभिन्न फ़ंक्शन्स के लिए किया जाता है, जैसे कि डेटा ट्रांसफर, चार्जिंग, और सेंसर्स के साथ Support करने के लिए। इन पिन्स के उपयोग की जानकारी आपके मोबाइल डिवाइस के तकनीकी डॉक्यूमेंटेशन में दी गई होती है, और आपको यह सुनिश्चित करने के लिए कि कौनसा पिन किस फ़ंक्शन के लिए होता है, आपको उस डॉक्यूमेंटेशन की जाँच करनी चाहिए।

एक मल्टीमीटर (Multimeter) का उपयोग करके आप बैटरी को टेस्ट कर सकते हैं। यह आपको बैटरी के वोल्टेज और अन्य मापों को मापने में मदद करेगा। नीचे बताए गए हैं कुछ सामान्य चरण:

  1. सबसे पहले, मल्टीमीटर को वोल्टेज मोड पर सेट करें। यह आमतौर पर “V” संकेतक के पास होता है।
  2. अब, बैटरी के दो स्थानों पर मल्टीमीटर की प्रविष्टि के लिए क्लैम्प करें। ध्यान दें कि सही पोलरिटी का पालन करें, अर्थात् पॉजिटिव (+) और नेगेटिव (-) पोल को ठीक से जोड़ें।
  3. मल्टीमीटर द्वारा बैटरी के वोल्टेज को मापने के लिए बैटरी को चालू करें। वोल्टेज मोड में मल्टीमीटर पर वोल्टेज मापने के लिए एक पढ़ने योग्य संख्या दिखेगी।
  4. आप यह भी देख सकते हैं कि आपकी बैटरी के लिए अलग-अलग वोल्टेज रेंज नीचे उपलब्ध हो सकती हैं। आपके मल्टीमीटर में वोल्टेज रेंज को योग्य रेंज में सेट करें ताकि आप सही मापन कर सकें।

इसके अलावा, मल्टीमीटर के साथ आप अन्य माप जैसे कि अम्पीयर (Ampere) और ओहम (Ohm) को भी टेस्ट कर सकते हैं, जो बैटरी की कार्यक्षमता और स्थिति का मापन करने में मदद कर सकते हैं।

हालांकि, कृपया ध्यान दें कि बैटरी को मल्टीमीटर के सहायता से टेस्ट करने से पहले उपयोग करने वाली बैटरी के लिए मैन्युफैक्चरर के द्वारा प्रदान की गई निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और उनका पालन करें।

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FAQs

मोबाइल बैटरी के बारे में सामान्य प्रश्नों के उत्तर:

  1. मोबाइल बैटरी क्या होती है? मोबाइल बैटरी एक डिवाइस होती है जो मोबाइल फ़ोन को ऊर्जा प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रिकल ऊर्जा को जमा करके रखती है।
  2. मोबाइल बैटरी कैसे काम करती है? मोबाइल बैटरी कार्बन, लिथियम, और अन्य रिएक्टिव चेमिकल्स का उपयोग करके इलेक्ट्रॉन्स को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पंहुचाने के लिए उपयोग करती है। जब मोबाइल फ़ोन की आवश्यकता होती है, तो बैटरी से यह ऊर्जा जारी करती है।
  3. मोबाइल बैटरी की जीवनकाल क्या होती है? मोबाइल बैटरी की जीवनकाल विभिन्न होती है और यह मॉडल और उपयोग के आधार पर बदल सकती है। आमतौर पर, मोबाइल बैटरी का जीवनकाल 2 साल से 4 साल के बीच होता है।
  4. मोबाइल बैटरी को कैसे बचाया जा सकता है?
    • मोबाइल बैटरी को अधिक गरमाहट से बचाएं।
    • बैकग्राउंड में चल रहे ऐप्स को बंद करें।
    • बैटरी सेवर मोड चुनें जब आपकी बैटरी कम हो।
  5. मोबाइल बैटरी के खराब होने के संकेत क्या होते हैं?
    • मोबाइल फ़ोन जल्दी चार्ज खो देता है।
    • बैटरी धीरे-धीरे खत्म होती है, यानी इसकी क्षमता घटती है।
    • अक्रिय या सुस्त चार्ज होता है।
  6. मोबाइल बैटरी को कैसे बदला जा सकता है? मोबाइल बैटरी को बदलने के लिए एक पेशेवर सेवा सेंटर से मदद लें, जहाँ प्रशिक्षित तकनीशियन नई बैटरी को स्थापित कर सकते हैं।
  7. मोबाइल बैटरी को किस तरह से चार्ज करना चाहिए?
    • मनुफ़ैक्चरर के दिशा-निर्देशों का पालन करें.
    • अधिक गर्मी से बचें.
    • अधिक चार्ज ना करें, यानी 80% तक ही चार्ज करें और 20% तक गिरने दें.
  8. मोबाइल बैटरी चार्ज कितनी बार कर सकती है? मोबाइल बैटरी की चार्ज चक्रों की संख्या मॉडल और उपयोग पर निर्भर करती है, लेकिन आमतौर पर यह 300 से 500 चार्ज चक्रों तक काम कर सकती है।
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मैं खोमन साहू इस ब्लॉग का संस्थापक और एक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर हूं। यहाँ पर मैं अपने अनुभव नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करता हूं।

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