What is Coil (Inductor) | कॉइल क्या है, कार्य, उपयोग, प्रकार, मल्टीमीटर टेस्ट

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दोस्तों मैं हूँ खोमन साहू आप सबका स्वागत है चिपटेक सोल्यूशन में दोस्तों आज हम देखेंगे कि कॉइल क्या है (What Is Coil (Inductor)), यह कैसे काम करता है मात्रक, टेस्टिंग और इसका उपयोग कैसे किया जाता है इसकी पूरी जानकारी आज हम इस पोस्ट में पढ़ेंगे, दोस्तों आज का पोस्ट थोड़ा लंबा होने वाला है क्योंकि आज के पोस्ट में मैंने Coil (Inductor) के बारे में पूरा डिटेल चित्र के साथ समझने की कोशिश की है, दोस्तों इस पोस्ट को हम गहन अध्ययन करने के बाद ही लिखते और पोस्ट करते हैं और आशा करते हैं कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आएगा और आपके ज्ञान में वृद्धि करेगा अगर आपको हमारे पोस्ट में कोई कमी हो तो कृपा हमें कमेंट बॉक्स में बताएं ।

Coil (Inductor) के बारे में

एक Coil (Inductor) एक इलेक्ट्रिकल प्रयोजन होता है जिसमें एक विद्युतीय धारा को विद्युतचुंबकीय प्रभाव के माध्यम से बढ़ाने या कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक चुंबकीय उपकरण होता है जिसमें एक विषमता (Oddity) के साथ एक धातु की तारों का समूह होता है, जिससे एक मैग्नेटिक क्षेत्र उत्पन्न होता है।

What is Coil (Inductor)

जब एक विद्युतीय धारा Induction करने के लिए एक Coil में प्रवेश होती है, तो उसमें एक मैग्नेटिक शक्ति उत्पन्न होती है। इस तरह के उत्पादन को Induction कहा जाता है और यह विभिन्न कार्यो में उपयोग होता है, जैसे कि डीसी विपरीतीकरण (Reversal), एलेक्ट्रोमैग्नेट, फ़िल्टर, उर्जा संचय, और विद्युतीय इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में।

Denoting Letter – किसी भी सर्किट डायग्राम में कॉइल (Coil) को L से प्रदर्शित किया जाता है।

Coil (Inductor) कार्य

Coil (inductor) का प्रमुख कार्य विद्युतीय इंदुक्शन (induction) होता है। यह एक विद्युतीय उपकरण होता है जो विद्युत धारा को प्रतिरोध करने के लिए उपयोग होता है।

जब एक विद्युतीय धारा एक coil में पारित होती है, तो इसमें एक मैग्नेटिक फ़ील्ड (माग्नेटिक क्षेत्र) उत्पन्न होता है। इस फ़ील्ड के कारण, उस coil में एक विद्युत धारा प्रावर्तित होती है। इसलिए, coil विद्युतीय धारा को रोकने की प्रवृत्ति रखता है और विद्युतीय उपयोगी कार्य करता है।

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इंदुक्शन के द्वारा उत्पन्न किया गया मैग्नेटिक फ़ील्ड कई उपयोगों के लिए उपयोगी होता है। कुछ मुख्य कार्यों में शामिल हैं:

  1. वोल्टेज और विद्युत प्रवाह परिवर्तन (Voltage and Electric Current Transformation): Coil (inductor) द्वारा उत्पन्न किया गया मैग्नेटिक फ़ील्ड वॉल्टेज और वर्तमान को उपयुक्त स्तर पर बदल सकता है। इसका उपयोग ट्रांसफ़र्मर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।
  2. धारा के संचालन (Current Regulation): Coil (inductor) विद्युतीय धारा के संचालन कर सकता है और धारा को स्थिर करने में मदद कर सकता है। जब विद्युतीय धारा बदलती है, तो coil में एक प्रतिविद्युत विद्युत उत्पन्न होता है, जो धारा को संचालित करता है और उसे स्थिर करता है। इसका उपयोग विद्युतीय संचालन में, उर्जा संचय में और विद्युतीय संचार में होता है।
  3. विद्युतीय शोधन (Filtering): Coil (inductor) को विद्युतीय शोधन में उपयोग किया जा सकता है। इसे उच्च आवृत्ति के संकेत या तरंगों को कम करने के लिए एक अच्छा शोधक माना जाता है।
  4. धारा के विरोध (Impedance): Coil (inductor) एक संचार में विद्युतीय धारा के विरोध को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह विद्युतीय इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोगी होता है, जहां इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में एक सही स्तर पर धारा को बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।
  5. संचार और एंटीना: Coil (inductor) एंटीना और इंदुक्शन संचार में उपयोग होता है। इसके माध्यम से रेडियो तथा टेलीविजन संकेतों को प्राप्त किया जा सकता है।
  6. फ़्लाश इंडिकेटर: कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में, coil (inductor) एक फ़्लाश इंडिकेटर के रूप में उपयोग होता है। यह एक उच्च आवृत्ति प्रयोगशाला द्वारा उत्पन्न की जाने वाली प्रकाश युक्ति होती है।
  7. इमेजिंग और संग्रह: Coil (inductor) को इमेजिंग उपकरणों और संग्रहीत्रों में उपयोग किया जाता है, जहां यह मैग्नेटिक फ़ील्ड को निर्मित करने के लिए इमेजिंग और रिकॉर्डिंग में मदद करता है। जैसे- वीडियो और ऑडियो टैप कैसेट्स

ये केवल कुछ उदाहरण हैं जहां coil (inductor) का उपयोग होता है। इसके अतिरिक्त, यह विभिन्न विद्युतीय उपकरणों, उर्जा संचय, विद्युतीय फ़िल्टरिंग, धारा के विरोध के नियंत्रण, संचार उपकरणों में संकेत प्रेषण, उर्जा प्रवाह नियंत्रण, और विद्युतीय उपकरणों की संरक्षा में भी उपयोगी होता है।

इंदुक्शन के माध्यम से coil (inductor) विद्युतीय धारा को बढ़ाने या कम करने में मदद करता है। यह विद्युतीय उपकरणों की सुरक्षा, कार्यक्षमता, और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Coil (Inductor) का उपयोग

Coil (inductor) का उपयोग विद्युतीय प्रभावों को नियंत्रित करने और विभिन्न उपयोगों में किया जाता है। यह निम्नलिखित क्षेत्रों में व्यापक रूप से उपयोगी होता है:

विद्युतीय उपकरण: Coil (inductor) विभिन्न विद्युतीय उपकरणों में उपयोग होता है, जैसे कि ट्रांसफॉर्मर, इंवर्टर, डीसी-डीसी कनवर्टर, स्विचिंग पावर सप्लाई (SMPS) आदि। इन उपकरणों में coil विद्युतीय इंदुक्शन का उपयोग करता है और विद्युत धारा को नियंत्रित करने में मदद करता है।

  1. फ़िल्टरिंग: Coil (inductor) विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में विद्युतीय फ़िल्टरिंग के लिए उपयोग होता है। यह अनचाहे उच्च आवृत्ति के विद्युत शोर को कम करने में मदद करता है और साफ़ संकेत प्रदान करता है।
  2. तरंग एंटीना: Coil (inductor) एंटीना के रूप में उपयोग होता है जो विभिन्न संचार उपकरणों को विद्युतीय signal प्रेषित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  3. धारा का संरक्षण: Coil (inductor) विभिन्न विद्युतीय संरक्षा उपकरणों में उपयोग होता है। यह विद्युतीय धाराओं को संकेत प्रदान करके विद्युतीय उपकरणों की सुरक्षा करता है।
  4. संचार संबंधी उपयोग: Coil (inductor) को संचार सिस्टमों में उपयोग किया जाता है, जैसे कि रेडियो, टेलीविजन, मोबाइल फोन, कंप्यूटर नेटवर्क आदि। इसके माध्यम से विद्युतीय संकेत प्रेषित किया जाता है और संचार संबंधी कार्यों में मदद की जाती है।
  5. वाहनों में उपयोग: Coil (inductor) को वाहनों में उपयोग किया जाता है, जैसे कि गाड़ीयों, ट्रेनों, हवाई जहाजों में। इसके माध्यम से विभिन्न विद्युतीय प्रभावों को नियंत्रित किया जाता है और सुरक्षा, संचालन और कार्यक्षमता में मदद की जाती है।
  6. इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर परियोजनाओं में उपयोग: Coil (inductor) को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर परियोजनाओं में उपयोग किया जाता है। यह साइक्लिक संगणक, बिजली के संचार प्रणाली, विद्युतीय नियंत्रण, संगण कार्यों को नियंत्रित करने और संचालित करने में मदद करता है। इलेक्ट्रॉनिक्स में, coil (inductor) को संचालन और नियंत्रण के लिए फ़िल्टर, ऑस्किलेटर, अवरोधक, धारावाही और बढ़ाने वाले संपेदकों में उपयोग किया जाता है।

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इसके अतिरिक्त, coil (inductor) एक प्राथमिकता एंटीना के रूप में भी उपयोगी होता है जिसे विभिन्न रेडियो और संचार उपकरणों में उपयोग किया जाता है। यह एंटीना विभिन्न विद्युतीय संकेतों को पकड़ने और प्राप्त करने में मदद करती है।

Electric circuit

कुल मिलाकर, coil (inductor) विद्युतीय प्रभावों को नियंत्रित करने, विभिन्न उपकरणों को संचालित करने, विद्युतीय संकेतों को प्रेषित और प्राप्त करने, और विद्युतीय प्रणालियों की संरक्षा में उपयोगी होता है। यह एक महत्वपूर्ण विद्युतीय उपकरण है जो विभिन्न विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में व्यापक उपयोग का लाभ देता है।

Coil (Inductor) के प्रकार

Coil (inductor) कई प्रकार के होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

  1. Air Core Inductor: यह इंडक्शन कोईल होता है जिसमें कोई मैग्नेटिक कोर नहीं होता है। इसमें एक विद्युतीय परिपथ की कतार होती है जो विद्युतीय धारा को उच्च आवृत्ति में गुज़ारती है।
  2. Iron Core Inductor: इस प्रकार के इंडक्शन कोईल में एक धातु कोर होता है जो धारावाही क्षमता बढ़ाता है और कंपैक्ट आकार देता है।
  3. Ferrite Core Inductor: यह इंडक्शन कोईल जिसमें फेराइट कोर होता है। फेराइट धातु को अधिक मैग्नेटिक प्रभावी बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह उच्च आवृत्ति और विद्युतीय आपूर्ति उपयोग करने वाले उपकरणों में आमतौर पर देखा जाता है।
  4. Toroidal Inductor: यह इंडक्शन कोईल Toroidal Shape में होता है, जिसमें विद्युतीय तार एक गोलाकार कोर के चारों ओर लपेटी जाती है। यह उच्च कार्यक्षमता और कम विद्युतीय शोर प्रदान करता है।
  5. Multilayer Inductor: यह इंडक्शन कोईल कई स्थरों पर रखे गए विद्युत पट्टियों (layers) के उपयोग से बना होता है। यह संचार उपकरणों, कंप्यूटर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड्स, और उच्च आवृत्ति उपयोगों में आमतौर पर इस्तेमाल होता है।
  6. SMD (Surface Mount Device) Inductor: यह इंडक्शन कोईल छोटे आकार की होती है और सर्फेस माउंट डिवाइस (SMD) तकनीक के साथ प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर सीधे लगाई जाती है। यह इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में स्थान बचाने के लिए आदर्श है।
  7. Variable Inductor: यह इंडक्शन कोईल होती है जिसमें धारावाही के लिए या आवृत्ति को नियंत्रित करने के लिए आयाम बदले जा सकते हैं। इसका उपयोग रेडियो और विभिन्न संचार उपकरणों में किया जाता है।

ये थे कुछ प्रमुख coil (inductor) के प्रकार। हर प्रकार का coil अपनी विशेषताओं और उपयोगों के कारण अलग-अलग स्थितियों में उपयोगी होता है। उपयोग के आधार पर, उपयुक्त coil का चयन किया जाता है जो विद्युतीय प्रभावों को संभालने में सहायता करता है।

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SMD Coil (Inductor) क्या होता है

SMD coil (inductor) एक छोटे आकार की coil होती है जिसे सर्फेस माउंट डिवाइस (SMD) तकनीक के साथ प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर सीधे लगाया जाता है। SMD तकनीक में, उपकरणों को सीधे सतह पर लगाने के लिए छोटे आकार के उपयोगी कंपोनेंट्स का उपयोग किया जाता है।

SMD coil बहुत ही कम आकार की होती है और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर चिप (chip) के समान ढंग से लगाई जाती है। यह छोटे आकार के होने के कारण, उपकरणों में स्थान की बचत करती है और डिज़ाइन को संगठित और कंपैक्ट बनाती है।

SMD Coil Inductor

SMD coil (inductor) विभिन्न आवृत्तियों, तारों और आकारों में उपलब्ध होती हैं। इनके प्रकार और विशेषताएं विभिन्न आवश्यकताओं और उपयोगों के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं। SMD coil इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोग होती हैं, जैसे कि मोबाइल फोन, कंप्यूटर, टेलीविजन, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स, और संचार उपकरणों में।

SMD coil की मुख्य विशेषताएं शामिल हो सकती हैं: कम स्थान आवश्यकता, बेहतर विद्युत प्रभावीता, अच्छी फ़्रीक्वेंसी प्रतिक्रिया, सुविधाजनक सर्किट डिज़ाइन और बेहतर तापमान प्रतिरोध। SMD coil के अलावा, इनमें अक्सर शून्य प्रभावीता को सुनिश्चित करने के लिए शील्डिंग या आवरण होता है। यह इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों में अवरोधक, डी-स्विच, ऑस्किलेटर, विशेष प्रणालियों, और अन्य विद्युतीय उपकरणों में उपयोग होती है।

SMD Coil (inductor) का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे:

  1. फ़िल्टर: SMD coil एक संचार प्रणाली में फ़िल्टर के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग अनचाही उच्च आवृत्ति गतिविधियों को रोकने और विद्युतीय शोर को घटाने के लिए किया जाता है।
  2. ऑस्किलेटर: SMD coil ऑस्किलेटर सर्किट में उपयोग किया जा सकता है जो विभिन्न आवृत्तियों पर संकेत उत्पन्न करता है। यह उच्च आवृत्ति की संगतता और स्थिरता प्रदान करता है।
  3. अवरोधक: SMD coil अवरोधक (choke) के रूप में उपयोग किया जा सकता है जो विद्युतीय अपूर्वता को रोकने और संरक्षण प्रदान करने में मदद करता है। यह उच्च आवृत्ति प्रवाहों को अवरोधित करता है और संचार प्रणाली में स्थिरता सुनिश्चित करता है।
  4. डी-स्विच: SMD coil डी-स्विच (DC-DC converter) के रूप में उपयोग किया जा सकता है जो विद्युतीय ऊर्जा को एक स्तर से दूसरे स्तर पर परिवर्तित करता है। यह उच्च आवृत्ति प्रवाहों को संयंत्रीकृत करने में मदद करता है।
  5. इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स: SMD coil इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स में कुछ महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयोग होती हैं, जैसे कि संचार सर्किट, संगणक, संगणकीय उपकरण, और डिजिटल प्रणालियाँ।

इनमें से कुछ ही प्रकार हैं जो SMD coil (inductor) के उपयोग की विशेषताएं हैं। इसके अलावा भी अन्य आवश्यकताओं और डिज़ाइन आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न प्रकार के SMD coil उपयोग में लाए जा सकते हैं।

Coil (Inductor) को मल्टीमीटर से कैसे टेस्ट करें

इंडक्शन कोईल (inductor) को मल्टीमीटर (multimeter) की मदद से टेस्ट किया जा सकता है। यहां एक साधारण तरीका दिया जा रहा है जिसका उपयोग आप इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध (inductance) की माप लेने के लिए कर सकते हैं:

  1. सबसे पहले, मल्टीमीटर को “विद्युत प्रतिरोध” (resistance) या “ओम” (ohm) मोड पर सेट करें।
  2. अपने मल्टीमीटर के प्रोब्स (प्रयोगकर्ता डिवाइस) को इंडक्शन कोईल के दोनों धाराओं (terminals) पर संपर्क करें।
  3. मल्टीमीटर रीडिंग को देखें। यदि इंडक्शन कोईल में किसी भी विद्युत प्रतिरोध है, तो मल्टीमीटर एक मान दिखाएगा। यह मान इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध (inductance) को मापता है।

यहां ध्यान दें कि मल्टीमीटर के सेटिंग्स और इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध रेंज के अनुसार, आपको उच्च या निम्न मोड पर मल्टीमीटर सेट करने की आवश्यकता हो सकती है। आपके मल्टीमीटर के उपयोग के लिए निर्माण की गई उपयोगर्ता गाइड का पालन करें और उचित सेटिंग का चयन करें।

Coil (Inductor) multimeter testing

इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध (inductance) को मापने के लिए, आपके पास एक विद्युत प्रतिरोध मीटर (inductance meter) होना चाहिए। इसके साथ आप इंडक्शन कोईल की सटीक मापन कर सकते हैं।

मल्टीमीटर का उपयोग विद्युत प्रतिरोध (resistance) की मापन के लिए ज्यादातर किया जाता है, लेकिन इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध मापन के लिए यह उपयुक्त नहीं हो सकता है।

यदि आप विद्युत प्रतिरोध मीटर (inductance meter) उपलब्ध नहीं करा सकते हैं और आपको इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध का अनुमान लगाना है, तो आप मल्टीमीटर को “विद्युत प्रतिरोध” (resistance) मोड पर सेट करके अपने इंडक्शन कोईल की विद्युत प्रतिरोध को माप सकते हैं। इसके लिए, एक संकेतात्मक प्रयास के रूप में, आप दो समान लंबाई के पुर्णांकित तार को इंडक्शन कोईल के धाराओं से जोड़ सकते हैं और मल्टीमीटर के रीडिंग को नोट कर सकते हैं। इसके बाद, आपको मल्टीमीटर की रीडिंग से अनुमानित विद्युत प्रतिरोध को अंदाज लग जाएगा

तो दोस्तों आज के इस Post में हमने देखा कि कॉइल क्या है (What Is Coil (inductor)) यह कैसे काम करता है इसका उपयोग कैसे किया जाता है आशा करते हैं कि यह Post आप को पसंद आया होगा आपको इसी तरह का और Post मिलते रहे इसके लिए आप हमारी website को Follow करते रहो आशा करते हैं कि आज की ये टॉपिक में हमने हैं तो आपको Coil (inductor) के बारे में सही जानकारी दिया है अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप हमारे Comment Box में Comments कर सकते हैं और अगर यह Post आपको अच्छा लगा तो अपने दोस्तों को Share करे Comment और Like करे। धन्यावाद

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मैं खोमन साहू इस ब्लॉग का संस्थापक और एक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर हूं। यहाँ पर मैं अपने अनुभव नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करता हूं।

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